मत्ती 6:28-29
"और तुम कपड़ों की चिंता क्यों करते हो? देखो, मैदान के फूल कैसे उगते हैं। वे न तो मेहनत करते हैं और न ही कताई करते हैं। फिर भी मैं तुमसे कहता हूँ कि सुलैमान भी अपने सारे वैभव के बावजूद इनमें से किसी एक जैसा वस्त्र नहीं पहनता था।"
"और तुम कपड़ों की चिंता क्यों करते हो? देखो, मैदान के फूल कैसे उगते हैं। वे न तो मेहनत करते हैं और न ही कताई करते हैं। फिर भी मैं तुमसे कहता हूँ कि सुलैमान भी अपने सारे वैभव के बावजूद इनमें से किसी एक जैसा वस्त्र नहीं पहनता था।"